Hathon ki Mehandi:मेहंदी का नाम आते ही हमारे मन में सबसे पहली जो चीज़ आती है, वो होती है हरे रंग की खुशबूदार पत्तियों से बनी एक पेस्ट जो ना जाने कितने जज़्बातों और परंपराओं को अपने अंदर समेटे हुए है। और जब बात हो हाथों की मेहंदी की, तो बस यूं समझिए कि जैसे हर रेखा, हर बेल, हर फूल कुछ कहता है।
ये सिर्फ रंग नहीं, ये तो एक एहसास है, एक जुड़ाव है हमारे संस्कारों से, हमारी खुशियों से और हमारे अपनेपन से।
हाथों की मेहँदी (Hathon ki Mehandi)
हाथों की मेहँदी एक पारंपरिक कला है जिसमें मेहँदी के पेस्ट का इस्तेमाल करके हथेलियों और उंगलियों पर नक्काशीदार डिजाइन बनाए जाते हैं। यह न सिर्फ सौंदर्य बढ़ाती है, बल्कि इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है।
मेहँदी को प्रेम, समृद्धि और शुभकामनाओं का प्रतीक माना जाता है। शादी-ब्याह, करवा चौथ, तीज, ईद और दिवाली जैसे मौकों पर महिलाएं और बच्चे अपने हाथों को मेहँदी से सजाते हैं।

दुल्हन के हाथों की मेहँदी (Dulhan ki Hathon ki Mehandi)
दुल्हन के लिए मेहंदी सिर्फ एक डिज़ाइन नहीं होती, वो तो उसकी नई जिंदगी का पहला रंग होती है। जब दुल्हन के हाथों में मेहंदी रचती है, तो हर बेल, हर जाल में उसकी आने वाली जिंदगी की दुआएं छिपी होती हैं।
दुल्हन की मेहंदी हमेशा कुछ खास होती है। उसमें रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होती। पूरे हाथ में कलाई से ऊपर तक फैले जटिल डिज़ाइन्स, दूल्हा-दुल्हन के चेहरे, मंडप, संगीत के उपकरण – ये सब मेहंदी में उकेरे जाते हैं।

बच्चों के हाथों की मेहँदी (Bacchon ke Hathon ki Mehandi)
बच्चों के हाथों की मेहंदी बिल्कुल वैसी ही होती है – छोटी, प्यारी और बेहद मासूम। बच्चों को लंबी-चौड़ी डिज़ाइन्स पसंद नहीं आती। उन्हें तो छोटी-सी फूल, तारा, दिल या कार्टून वाली मेहंदी चाहिए।
आजकल बच्चों के लिए खास किड्स मेहंदी डिज़ाइन्स भी आने लगे हैं जो 5 मिनट में लग जाएं और जल्दी सूख जाएं। कुछ तो टैटू मेहंदी की तरह भी होती हैं, ताकि वो जल्दी हट जाएं और बच्चे बोर भी न हों।

हाथों की सिंपल मेहँदी डिजाइन (Hathon ki Simple Mehandi Design)
हर कोई भरी-भरी मेहंदी नहीं चाहता। कई बार ऐसा होता है जब हम चाहते हैं कि बस हल्का-फुल्का कुछ लगा लें, ताकि हाथ भी सजे और ज्यादा झंझट भी न हो। खासकर कॉलेज गर्ल्स या ऑफिस जाने वाली महिलाएं सिंपल और क्लासी डिज़ाइन्स को ही तरजीह देती हैं।
सिंपल डिज़ाइन्स में बेल, छोटी फूल-पत्तियां, गोल टिक्की या एक उंगली पर डिजाइन बनाकर बाकी हाथ को खाली छोड़ना – ये ट्रेंड में है। इससे हाथ खूबसूरत भी लगता है और एक अलग एलिगेंस भी आता है।

पीछे हाथों की मेहँदी (Piche Hathon ki Mehandi)
बहुत लोग सिर्फ हथेलियों पर मेहंदी लगवाते हैं, लेकिन पीछे हाथों की मेहंदी यानि बैक हैंड मेहंदी डिज़ाइन आजकल और भी ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। खासकर जब आप कोई ज्वेलरी पहनते हैं – जैसे अंगूठी या चूड़ियां – तो बैक हैंड मेहंदी उस लुक को चार-चांद लगा देती है।
बैक हैंड में चेन पैटर्न, रिंग शेप मेहंदी, ब्रेसलेट लुक या फूलों की लड़ी वाला डिज़ाइन बहुत पसंद किया जाता है। ये न सिर्फ स्टाइलिश लगता है बल्कि फोटो में भी बहुत सुंदर दिखता है।

भरे हाथों की मेहँदी (Bhare Hathon ki Mehandi)
कुछ मौकों पर, जैसे शादी, तीज या करवा चौथ में भरे हाथों की मेहंदी लगवाना मानो परंपरा का हिस्सा बन गया है। पूरा हाथ – हथेली से लेकर कोहनी तक – मेहंदी से ढका हो, तो वो नज़ारा ही कुछ और होता है। हर डिज़ाइन आपस में जुड़ा हुआ, हर लाइन एक कहानी कहती है।
भरे हुए हाथों की मेहंदी में आमतौर पर पत्तियां, फूलों के बेल, राजा-रानी की आकृति, पायल, बंधन, बूटियां जैसी डिटेल्स होती हैं। ये डिज़ाइन समय लेते हैं, लेकिन जब सूखते हैं और रंग चढ़ता है, तो दिल खुश हो जाता है।

निष्कर्ष
हाथों की मेहँदी न सिर्फ एक सजावट है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हुई है। चाहे दुल्हन की विस्तृत मेहँदी हो, बच्चों की मासूम सजावट हो या फिर कोई सिंपल डिजाइन, हर तरह की मेहँदी का अपना एक अलग आकर्षण होता है।
अगर आप भी मेहँदी लगाने का शौक रखते हैं, तो अगली बार इन अलग-अलग स्टाइल्स को जरूर ट्राई करें!